Tuesday, October 29, 2019

अरिहंत: अठारह दोष रहित

जन्म (1) जरा (2-बुढ़ापा) तिरखा (3-प्यास) क्षुधा (4-भूख), विस्मय (5-आश्चर्य) आरत (6-पीड़ा ) खेद (7-पीड़ा)।

रोग (8)  शोक (9) मद (10-गर्व) मोह (11) भय (12),निद्रा (13) चिन्ता (14) स्वेद (15-पसीना)।।

राग (16)  द्वेष (17) अरु मरण (18) जुत,ये अष्टादश (18) दोष।

नाहिं होत अरिहंत के,सो छवि लायक मोष।।

ये अठारह दोष नहीं  होते हैं।  जन्म, बुढ़ापा, प्यास, भूख, आश्चर्य, पीड़ा, दु:ख, रोग, शोक, गर्व, मोह, भय, निद्रा, चिन्ता, पसीना, राग, द्वेष, मरण